JNV mental and reasoning जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) प्रवेश परीक्षा में कामयाब होना हर छात्र का सपना होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इस परीक्षा में मानसिक क्षमता और तर्कशक्ति के प्रश्न क्यों इतने महत्वपूर्ण हैं? यह खंड आपकी बुद्धिमत्ता और समस्या-समाधान क्षमता का परीक्षण करता है।
कई छात्र इस खंड से डरते हैं, लेकिन यह आपके लिए एक अवसर है अपनी प्रतिभा को दिखाने का। क्या आप तैयार हैं अपनी मानसिक क्षमता और तर्कशक्ति को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए? इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको JNV परीक्षा के इस महत्वपूर्ण हिस्से के बारे में बताएंगे।
प्रश्नों के प्रकार से लेकर उन्हें हल करने की रणनीतियों तक, हम सब कुछ कवर करेंगे। आइए शुरू करते हैं JNV मानसिक क्षमता प्रश्नों के परिचय से। फिर तर्कशक्ति और संख्यात्मक योग्यता प्रश्नों का विश्लेषण करेंगे। और अंत में, कुछ नमूना प्रश्न और उत्तर देखेंगे।
जेएनवी मानसिक क्षमता प्रश्न का परिचय: JNV Mental and Reasoning
जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) प्रवेश परीक्षा भारत के श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थानों में से एक है। यह परीक्षा छात्रों की मानसिक क्षमता और तर्कशक्ति को जानने के लिए है। हम जेएनवी में मानसिक क्षमता के प्रश्नों के महत्व, प्रकृति और उद्देश्य को चर्चा करेंगे।
A. जेएनवी परीक्षा का महत्व: JNV Mental and Reasoning
जेएनवी परीक्षा का महत्व कई कारणों से है। यह एक प्रतिष्ठित संस्थान में प्रवेश का मार्ग प्रशस्त करती है। साथ ही, छात्रों के समग्र विकास में भी इसका योगदान होता है।
जेएनवी में प्रवेश के लिए क्या हैं मुख्य कारण?
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर: जेएनवी में प्रवेश लेने से छात्रों को अच्छी शिक्षा मिलती है। ये स्कूल अपने शैक्षणिक मानकों और छात्रों के समग्र विकास के लिए प्रसिद्ध हैं।
- आर्थिक सहायता: जेएनवी में पढ़ने वाले छात्रों को निःशुल्क शिक्षा और आवास मिलता है। यह आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों के लिए मददगार है।
- व्यापक विकास: जेएनवी शिक्षा के अलावा छात्रों के व्यक्तित्व और संस्कृति को भी विकसित करते हैं। यहाँ खेल, कला और संस्कृति का महत्व है।
- राष्ट्रीय एकता का प्रतीक: जेएनवी देश के विभिन्न हिस्सों से छात्रों को एक साथ लाते हैं। यह राष्ट्रीय एकता और संस्कृति को बढ़ावा देता है।
जेएनवी परीक्षा का महत्व
- भविष्य के लिए मजबूत नींव: जेएनवी में शिक्षा देने से छात्रों को अच्छा करियर मिलता है। कई छात्र प्रतिष्ठित संस्थानों में जाते हैं और अच्छा करते हैं।
जेएनवी परीक्षा का महत्व इसकी कठिन चयन प्रक्रिया से स्पष्ट होता है। हर साल लाखों छात्र परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन केवल कुछ हजार ही पास होते हैं।
यह परीक्षा छात्रों की शैक्षणिक योग्यता और मानसिक क्षमता का परीक्षण करती है। यह उनकी तर्कशक्ति और समस्या समाधान कौशल को भी जानता है।
B. प्रश्नों के प्रकार
जेएनवी में कई प्रकार के प्रश्न होते हैं। ये प्रश्न छात्रों की मानसिक क्षमताओं का परीक्षण करते हैं। आइए इन प्रश्नों के प्रमुख प्रकारों पर नज़र डालें:
- तार्किक क्षमता प्रश्न:
- अनुक्रम और श्रृंखला
- कोडिंग-डिकोडिंग
- वर्गीकरण
- अनुमान
- रक्त संबंध
· गणितीय क्षमता प्रश्न: JNV Mental and Reasoning
प्राथमिक शिक्षा में प्रयुक्त प्रश्न प्रकार
प्राथमिक शिक्षा में कई प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। इनमें संख्या श्रृंखला, गणितीय संक्रियाएं, प्रतिशत, अनुपात और समानुपात, क्षेत्रफल और आयतन शामिल हैं।
भाषा के क्षेत्र में प्रश्नों के लिए शब्द ज्ञान, वाक्यांश प्रतिस्थापन, वाक्य संरचना और समानार्थी शब्दों की पहचान की जाती है। मुहावरे और लोकोक्तियों का ज्ञान भी आवश्यक है।
दृश्य स्थानिक क्षमता के लिए आकृति पूर्णता, दर्पण प्रतिबिंब, पैटर्न पहचान, घन और पासे की जानकारी की जाती है।
सामान्य ज्ञान और समसामयिक मामलों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाएं, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, भारतीय इतिहास और संस्कृति का ज्ञान आवश्यक है। भूगोल और पर्यावरण की जानकारी भी प्रासंगिक है।
इन प्रश्नों के प्रकारों को एक तालिका में इस प्रकार प्रस्तुत किया जा सकता है:
- संख्या श्रृंखला
- गणितीय संक्रियाएँ
- प्रतिशत
- अनुपात और समानुपात
- क्षेत्रफल और आयतन
· भाषाई क्षमता प्रश्न:
- शब्द ज्ञान
- वाक्यांश प्रतिस्थापन
- वाक्य संरचना
- समानार्थी और विलोम शब्द
- मुहावरे और लोकोक्तियाँ
· दृश्य-स्थानिक क्षमता प्रश्न:
- आकृति पूर्णता
- दर्पण प्रतिबिंब
- पैटर्न पहचान
- घन और पासे
· सामान्य ज्ञान और समसामयिक मामले:
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- भारतीय इतिहास और संस्कृति
- भूगोल और पर्यावरण
इन प्रश्नों के प्रकारों को एक तालिका में इस प्रकार प्रस्तुत किया जा सकता है:
मानसिक क्षमता खंड: JNV Mental and Reasoning
मानसिक क्षमता खंड में प्रश्नों का उद्देश्य है छात्रों की मानसिक क्षमता का मूल्यांकन करना। यह खंड छात्रों के तार्किक, गणितीय, भाषाई, दृश्य-स्थानिक और सामान्य ज्ञान कौशल को परीक्षित करता है।
प्रश्नों के प्रकारों में तार्किक क्षमता, गणितीय क्षमता, भाषाई क्षमता, दृश्य-स्थानिक क्षमता और सामान्य ज्ञान शामिल हैं।
प्रत्येक प्रकार के प्रश्न छात्रों के अलग-अलग कौशल और ज्ञान क्षेत्रों का परीक्षण करते हैं। तार्किक क्षमता के लिए अनुक्रम पूर्ति और कोडिंग-डिकोडिंग जैसे प्रश्न दिए जाते हैं। गणितीय क्षमता के लिए संख्या श्रृंखला और गणितीय संक्रियाएं जैसे प्रश्न दिए जाते हैं।
भाषाई क्षमता के लिए शब्द ज्ञान और वाक्य संरचना जैसे प्रश्न दिए जाते हैं। दृश्य-स्थानिक क्षमता के लिए आकृति पूर्णता और पैटर्न पहचान जैसे प्रश्न दिए जाते हैं। सामान्य ज्ञान के लिए समसामयिक मामले और विज्ञान-प्रौद्योगिकी जैसे प्रश्न दिए जाते हैं।
यह विविधता छात्रों की समग्र मानसिक क्षमता का मूल्यांकन करने में मदद करती है। प्रत्येक प्रकार के प्रश्न छात्रों के अलग-अलग कौशल और ज्ञान क्षेत्रों का परीक्षण करते हैं, जिससे एक व्यापक मूल्यांकन संभव हो पाता है।
C. मानसिक क्षमता खंड का उद्देश्य
जेएनवी परीक्षा में मानसिक क्षमता खंड का उद्देश्य है छात्रों की बौद्धिक क्षमताओं का मूल्यांकन करना। यह खंड कई उद्देश्यों को पूरा करता है:
- समग्र बौद्धिक क्षमता का मूल्यांकन:
यह खंड छात्रों की समग्र बौद्धिक क्षमता का मूल्यांकन करता है। यह उनके ज्ञान को लागू करने की क्षमता का परीक्षण करता है। - तर्कशक्ति और विश्लेषणात्मक कौशल का परीक्षण:
यह खंड छात्रों की तर्कशक्ति और विश्लेषणात्मक कौशल का परीक्षण करता है। यह उनकी समस्या समाधान क्षमता और तार्किक सोच का मूल्यांकन करता है।
प्राथमिक स्तर पर मानसिक क्षमता के विकास के लिए प्रश्न
प्राथमिक स्तर पर मानसिक क्षमता का विकास करना बहुत जरूरी है। यह छात्रों के लिए काफी फायदेमंद होता है।
रचनात्मक सोचने को प्रोत्साहित करना और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता विकसित करना मुख्य बिंदु हैं।
- रचनात्मक और नवोन्मेषी सोच को प्रोत्साहित करना:
छात्रों को रचनात्मक सोचने के लिए प्रेरित करते हैं। वे उन्हें नए दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
जेएनवी जैसे शैक्षणिक वातावरण में यह क्षमता बहुत मूल्यवान है। - त्वरित निर्णय लेने की क्षमता का विकास: JNV Mental and Reasoning
छात्रों को सीमित समय में जटिल प्रश्नों का उत्तर देना होता है। यह उन्हें त्वरित निर्णय लेने का कौशल विकसित करता है।
यह क्षमता शैक्षणिक और व्यावहारिक जीवन में बहुत उपयोगी होती है।
मानसिक क्षमता परीक्षा के लिए प्रेरणा
- भाषाई और गणितीय कौशल का एकीकरण: JNV Mental and Reasoning
मानसिक क्षमता खंड में भाषाई और गणितीय कौशल का एकीकरण होता है। यह छात्रों को विभिन्न विषयों के बीच संबंध स्थापित करने में मदद करता है। यह उन्हें अपने ज्ञान को व्यापक रूप से लागू करने में सक्षम बनाता है। - आत्मविश्वास और आत्म-मूल्यांकन का निर्माण: JNV Mental and Reasoning
छात्रों को अपनी क्षमताओं का आकलन करने में मदद मिलती है। यह उन्हें अपने मजबूत और कमजोर पक्षों को समझने में मदद करता है। आत्म-जागरूकता उन्हें भविष्य में अपने कौशल को और बेहतर बनाने में मदद करती है। - वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयारी:
जेएनवी जैसे संस्थान छात्रों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने का लक्ष्य रखते हैं। मानसिक क्षमता परीक्षा छात्रों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सोचने और काम करने के लिए तैयार करती है। - समस्या समाधान कौशल का विकास: JNV Mental and Reasoning
मानसिक क्षमता प्रश्न जटिल समस्याओं को हल करने की क्षमता का परीक्षण करते हैं। यह छात्रों में समस्या समाधान कौशल का विकास करता है।
तर्कशक्ति प्रश्नों का विश्लेषण
जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) प्रवेश परीक्षा में तर्कशक्ति प्रश्न महत्वपूर्ण हैं। ये प्रश्न छात्रों की सोच, विश्लेषणात्मक क्षमता और समस्या समाधान कौशल को जांचते हैं। हम JNV परीक्षा में आने वाले तर्कशक्ति प्रश्नों का विस्तृत विश्लेषण करेंगे। इनमें दिशा और दूरी, रक्त संबंध, कोडिंग-डिकोडिंग, और तार्किक क्रम शामिल हैं।
A. दिशा और दूरी
JNV परीक्षा में अक्सर दिशा और दूरी से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। ये प्रश्न छात्रों की स्थानिक समझ और दिशात्मक ज्ञान का परीक्षण करते हैं। छात्रों को दिशाओं (उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम) और उनके संबंधों की अच्छी समझ होनी चाहिए।
दिशा और दूरी प्रश्नों के प्रकार: JNV Mental and Reasoning
दिशा और दूरी प्रश्नों के प्रकार
प्रश्नों के प्रकारों को समझना महत्वपूर्ण है। यह आपको प्राप्त प्रश्नों को बेहतर ढंग से हल करने में मदद करता है।
- सरल दिशा प्रश्न: इनमें एक व्यक्ति की शुरुआती स्थिति और उसके द्वारा की गई यात्रा का विवरण दिया जाता है। छात्रों को अंतिम स्थिति या दिशा का पता लगाना होता है।
- जटिल दिशा प्रश्न: इनमें कई दिशाओं में यात्रा का विवरण होता है। छात्रों को सभी दिशाओं को ध्यान में रखते हुए अंतिम स्थिति या दूरी का निर्धारण करना होता है।
- दूरी आधारित प्रश्न: इनमें दी गई दूरियों और दिशाओं के आधार पर दो बिंदुओं के बीच की न्यूनतम दूरी या वास्तविक दूरी का पता लगाना होता है।
- दिशा परिवर्तन प्रश्न: इनमें एक व्यक्ति अपनी दिशा बदलता है, और छात्रों को यह पता लगाना होता है कि वह अब किस दिशा की ओर मुख कर रहा है।
दिशा और दूरी प्रश्नों को हल करने की रणनीतियाँ: JNV Mental and Reasoning
दिशा और दूरी प्रश्नों के उदाहरण
यहाँ कुछ प्रश्न दिए गए हैं जो दिशा और दूरी के बारे में हैं। इन प्रश्नों के उत्तर देने के लिए, आपको कुछ नियमों का पालन करना होगा:
- दिशा चक्र का उपयोग: एक काल्पनिक दिशा चक्र बनाएँ जिसमें उत्तर ऊपर, दक्षिण नीचे, पूर्व दाईं ओर और पश्चिम बाईं ओर हो।
- बिंदु निर्धारण: प्रश्न में दी गई जानकारी के आधार पर एक शुरुआती बिंदु चुनें और उस पर व्यक्ति की स्थिति अंकित करें।
- क्रमिक यात्रा: व्यक्ति की यात्रा को क्रमिक रूप से दर्शाएँ, प्रत्येक दिशा परिवर्तन को नोट करते हुए।
- विपरीत दिशाओं का ध्यान: याद रखें कि उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम विपरीत दिशाएँ हैं।
- दूरी का हिसाब: यदि दूरी दी गई है, तो उसे ध्यान में रखें और आवश्यकतानुसार जोड़ें या घटाएँ।
दिशा और दूरी प्रश्नों के उदाहरण: JNV Mental and Reasoning
- प्रश्न: राम अपने घर से 2 किमी उत्तर की ओर चलता है। फिर वह दाएँ मुड़कर 3 किमी चलता है। अब वह किस दिशा में है और अपने घर से कितनी दूर है?
उत्तर: राम अब पूर्व दिशा में है। वह अपने घर से √(2² + 3²) = √13 ≈ 3.61 किमी दूर है।
- प्रश्न: सीता पूर्व की ओर मुँह करके खड़ी है। वह 90° दाएँ मुड़ती है, फिर 180° बाएँ मुड़ती है। अब वह किस दिशा की ओर मुँह कर रही है?
उत्तर: सीता अब उत्तर दिशा की ओर मुँह कर रही है।
- प्रश्न: एक कार पहले 10 किमी उत्तर की ओर चलती है, फिर 6 किमी पूर्व की ओर, और अंत में 8 किमी दक्षिण की ओर। कार अब अपने प्रारंभिक बिंदु से कितनी दूर और किस दिशा में है?
उत्तर: कार अब अपने प्रारंभिक बिंदु से √(2² + 6²) = √40 ≈ 6.32 किमी दूर है और उत्तर-पूर्व दिशा में है।
B. रक्त संबंध
रक्त संबंधों के आधार पर प्रश्न JNV परीक्षा में काफी अहम होते हैं। ये प्रश्न छात्रों की पारिवारिक संबंधों को समझने की क्षमता को जांचते हैं। वे छात्रों को तार्किक संबंधों को स्थापित करने में मदद करते हैं।
इन प्रश्नों में माता-पिता, भाई-बहन, चाचा-चाची, दादा-दादी जैसे पारिवारिक संबंधों का विश्लेषण शामिल होता है।
रक्त संबंध प्रश्नों के प्रकार: JNV Mental and Reasoning
- सीधे संबंध: इनमें दो व्यक्तियों के बीच सीधा संबंध पूछा जाता है, जैसे “A, B का पिता है। B, C का क्या है?”
- जटिल संबंध: इनमें कई व्यक्तियों के बीच संबंधों का जाल होता है, और छात्रों को इन संबंधों को समझकर एक निष्कर्ष निकालना होता है।
- पीढ़ीगत संबंध: इनमें विभिन्न पीढ़ियों के बीच संबंधों का विश्लेषण करना होता है, जैसे दादा-पोता, नाना-नाती आदि।
- वैवाहिक संबंध: इनमें विवाह के माध्यम से स्थापित संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जैसे साला-साली, जीजा-साली आदि।
रक्त संबंध प्रश्नों को हल करने की रणनीतियाँ: JNV Mental and Reasoning
पारिवारिक वृक्ष बनाना: प्रश्न में
- पारिवारिक वृक्ष बनाने के लिए, पहले मूल संबंधों को पहचानें। जैसे माता-पिता, भाई-बहन। फिर, इन संबंधों से अन्य संबंधों का निर्माण करें।
- लिंग का महत्व है। पुरुष और महिला के लिंग को समझना जरूरी है। यह संबंधों को समझने में मदद करता है।
- पीढ़ियों के बीच अंतर को जानें। दादा-दादी पहली पीढ़ी, माता-पिता दूसरी पीढ़ी, और बच्चे तीसरी पीढ़ी में होते हैं।
- विवाह से संबंधों को समझें। विवाह से स्थापित संबंधों को ध्यान से देखें। ये अक्सर भ्रमित हो सकते हैं।
रक्त संबंध प्रश्नों के उदाहरण: JNV Mental and Reasoning
- प्रश्न: A, B का पिता है। C, B की बहन है। D, A की पत्नी है। E, C का बेटा है। B का E से क्या संबंध है?
उत्तर: B, E का मामा है।
FAQ
- प्रश्न: राम, श्याम का भाई है। गीता, राम की बेटी है। सीता, श्याम की पत्नी है। राधा, सीता की बेटी है। गीता का राधा से क्या संबंध है?
उत्तर: गीता, राधा की चचेरी (या ममेरी) बहन है।
- प्रश्न: P और Q भाई हैं। R, P की पत्नी है। S और T, P और R के बच्चे हैं। V, Q की पत्नी है। W, Q और V का बेटा है। S का W से क्या संबंध है?
उत्तर: S, W का चचेरा (या ममेरा) भाई है।
C. कोडिंग-डिकोडिंग
कोडिंग-डिकोडिंग प्रश्न JNV परीक्षा में छात्रों की तार्किक क्षमता और पैटर्न पहचानने की योग्यता का परीक्षण करते हैं। इस प्रकार के प्रश्नों में, शब्दों या वाक्यों को एक विशेष नियम या पैटर्न के अनुसार कोड में बदला जाता है, और छात्रों को उस कोड को समझकर अन्य शब्दों या वाक्यों को कोड में बदलना या कोड को डिकोड करना होता है।
कोडिंग-डिकोडिंग प्रश्नों के प्रकार: JNV Mental and Reasoning
कोडिंग-डिकोडिंग प्रश्नों को हल करने की रणनीतियाँ
कोडिंग-डिकोडिंग के प्रश्नों को हल करने के लिए कई रणनीतियाँ हैं। इनमें अक्षरों को बदलना और संख्याओं का उपयोग करना शामिल है।
पहला कदम, पैटर्न की पहचान करना है। कोड में छिपे पैटर्न को ढूंढना चाहिए।
दूसरा कदम, क्रमबद्ध विश्लेषण है। प्रत्येक अक्षर या शब्द को क्रम से देखें. उनके बीच संबंधों को खोजें।
तीसरा कदम, वर्णमाला क्रम का उपयोग है। अक्षरों के वर्णमाला क्रम का ध्यान रखें। कई कोड इस पर आधारित होते हैं।
चौथा कदम, संख्यात्मक मूल्य का उपयोग है। अक्षरों के संख्यात्मक मूल्य (A=1, B=2, आदि) पर ध्यान दें।
पांचवा कदम, विपरीत क्रम का उपयोग है। कभी-कभी कोड विपरीत क्रम में होता है।
इन रणनीतियों का उपयोग करके कोडिंग-डिकोडिंग प्रश्नों को आसानी से हल किया जा सकता है।
कोडिंग-डिकोडिंग प्रश्नों को हल करने की रणनीतियाँ: JNV Mental and Reasoning
- पैटर्न की पहचान: दिए गए कोड में छिपे पैटर्न को पहचानने की कोशिश करें।
- क्रमबद्ध विश्लेषण: प्रत्येक अक्षर या शब्द को क्रम से विश्लेषण करें और उनके बीच संबंध खोजें।
- वर्णमाला क्रम का उपयोग: अक्षरों के वर्णमाला क्रम का ध्यान रखें, क्योंकि कई कोड इस पर आधारित होते हैं।
- संख्यात्मक मूल्य: अक्षरों के संख्यात्मक मूल्य (A=1, B=2, आदि) पर ध्यान दें।
- विपरीत क्रम: कभी-कभी कोड विपरीत क्रम में होता है। JNV Mental and Reasoning
संख्यात्मक योग्यता प्रश्न
जेएनवी प्रवेश परीक्षा JNV Mental and Reasoning में संख्यात्मक योग्यता एक बड़ा हिस्सा है। यह खंड विद्यार्थियों की गणित की क्षमता को जांचता है। आइए, इस खंड के विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से बात करें।
A. गणितीय संक्रियाएँ
गणितीय संक्रियाएँ संख्यात्मक योग्यता के लिए जरूरी हैं। जेएनवी परीक्षा में, छात्रों को जोड़, घटाव, गुणा और भाग जैसी संक्रियाएं करनी चाहिए।
1. जोड़ और घटाव
जोड़ और घटाव गणित के सबसे बुनियादी हिस्से हैं। जेएनवी परीक्षा में इन संक्रियाओं के आधार पर प्रश्न पूछे जाते हैं।
उदाहरण प्रश्न:
एक संख्या में 15 जोड़ा जाए और फिर 7 घटाया जाए। परिणाम 8 अधिक होगा। मूल संख्या क्या होगी?
हल:
मान लें कि मूल संख्या x है।
x + 15 – 7 = x + 8
x + 8 = x + 8
इस प्रकार, समीकरण सही है और मूल संख्या कोई भी हो सकती है।
2. गुणा और भाग
गुणा और भाग संक्रियाएं जटिल समस्याओं को हल करने में मदद करती हैं।
उदाहरण प्रश्न:
एक संख्या को 6 से गुणा करने पर प्राप्त परिणाम को 4 से विभाजित करने पर 54 प्राप्त होता है। वह संख्या क्या है?
हल:
मान लें कि संख्या x है।
(6x) ÷ 4 = 54
6x = 54 × 4
6x = 216
x = 216 ÷ 6
x = 36
अतः, वह संख्या 36 है।
3. क्रम और संयोजन
गणितीय संक्रियाओं का क्रम भी महत्वपूर्ण है। BODMAS (Brackets, Orders, Division and Multiplication, Addition and Subtraction) नियम का पालन करना आवश्यक है।
उदाहरण प्रश्न:
8 + 2 × 3 – 4 ÷ 2 का मान क्या होगा?
हल:
BODMAS नियम के अनुसार:
= 8 + 2 × 3 – 4 ÷ 2
= 8 + 6 – 2
= 14 – 2
= 12
B. समय और कार्य
समय और कार्य से संबंधित प्रश्न जेएनवी परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं। ये प्रश्न छात्रों की तार्किक सोच और गणितीय क्षमता का परीक्षण करते हैं।
1. कार्य और समय की गणना
इस प्रकार के प्रश्नों में, छात्रों को दिए गए समय में किए जाने वाले कार्य की मात्रा या कार्य पूरा करने में लगने वाले समय की गणना करनी होती है।
उदाहरण प्रश्न:
A एक काम को 12 दिनों में पूरा कर सकता है। B उसी काम को 15 दिनों में पूरा कर सकता है। यदि वे दोनों मिलकर काम करें, तो वह काम कितने दिनों में पूरा होगा?
हल:
A का एक दिन का कार्य = 1/12
B का एक दिन का कार्य = 1/15
A और B का एक दिन का संयुक्त कार्य = 1/12 + 1/15
= (5+4)/60 = 9/60 = 3/20
अतः, काम पूरा होने में लगने वाला समय = 1 ÷ (3/20) = 20/3 = 6 2/3 दिन
2. गति, समय और दूरी
गति, समय और दूरी के बीच संबंध पर आधारित प्रश्न भी जेएनवी परीक्षा में पूछे जाते हैं।
उदाहरण प्रश्न:
एक कार 60 किमी/घंटा की गति से चलती है। 2 घंटे 30 मिनट में वह कितनी दूरी तय करेगी?
हल:
गति = 60 किमी/घंटा
समय = 2.5 घंटे
दूरी = गति × समय
= 60 × 2.5 = 150 किमी
3. समय अंतराल की गणना
समय अंतराल की गणना करना भी एक महत्वपूर्ण कौशल है जो जेएनवी परीक्षा में परखा जाता है।
उदाहरण प्रश्न:
एक ट्रेन सुबह 9:45 बजे स्टेशन A से चलती है और दोपहर 2:30 बजे स्टेशन B पर पहुँचती है। यात्रा में कितना समय लगा?
हल:
9:45 से 2:30 तक का समय = 4 घंटे 45 मिनट
C. प्रतिशत और अनुपात
प्रतिशत और अनुपात की अवधारणाएँ दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी हैं। जेएनवी परीक्षा JNV Mental and Reasoning में इन विषयों पर आधारित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं।
प्रतिशत की गणना
प्रतिशत की गणना करना एक महत्वपूर्ण कौशल है। यह विभिन्न प्रकार के प्रश्नों में उपयोगी होता है।
उदाहरण प्रश्न:
एक कक्षा में 40 विद्यार्थी हैं, जिनमें से 15 लड़कियाँ हैं। लड़कियों का प्रतिशत क्या है?
हल:
कुल विद्यार्थी = 40
लड़कियों की संख्या = 15
लड़कियों का प्रतिशत = (15/40) × 100 = 37.5%
2. लाभ और हानि
लाभ और हानि के प्रश्न प्रतिशत की अवधारणा पर आधारित होते हैं।
उदाहरण प्रश्न:
एक दुकानदार ने 500 रुपये में एक वस्तु खरीदी और उसे 600 रुपये में बेच दिया। उसका लाभ प्रतिशत क्या है?
हल:
क्रय मूल्य = 500 रुपये
विक्रय मूल्य = 600 रुपये
लाभ = 600 – 500 = 100 रुपये
लाभ प्रतिशत = (लाभ/क्रय मूल्य) × 100
= (100/500) × 100 = 20%
3. अनुपात और समानुपात:JNV Mental and Reasoning
अनुपात और समानुपात की अवधारणाएँ विभिन्न प्रकार के प्रश्नों को हल करने में मदद करती हैं।
उदाहरण प्रश्न:
यदि 3 किलो चावल का मूल्य 150 रुपये है, तो 5 किलो चावल का मूल्य क्या होगा?
हल:
3 किलो : 150 रुपये
1 किलो : 50 रुपये
5 किलो : 5 × 50 = 250 रुपये
D. संख्या श्रृंखला
संख्या श्रृंखला जेएनवी परीक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह छात्रों की पैटर्न पहचानने की क्षमता का परीक्षण करता है।
1. अंकगणितीय श्रृंखला
अंकगणितीय श्रृंखला में, दो क्रमागत पदों के बीच का अंतर स्थिर रहता है।
उदाहरण प्रश्न:
निम्नलिखित श्रृंखला में अगला पद क्या होगा?
2, 5, 8, 11, 14, ?
हल:
यहाँ, प्रत्येक पद में 3 जोड़ा जा रहा है।
अतः, अगला पद = 14 + 3 = 17
2. गुणोत्तर श्रृंखला
गुणोत्तर श्रृंखला में प्रत्येक पद एक निश्चित गुणक से जुड़ा होता है।
उदाहरण प्रश्न:
निम्नलिखित श्रृंखला में अगला पद क्या होगा?
3, 6, 12, 24, ?
हल:
यहाँ, प्रत्येक पद पिछले पद का दोगुना है।
अतः, अगला पद = 24 × 2 = 48
3. मिश्रित श्रृंखला
कुछ श्रृंखलाएँ एक से अधिक नियमों का पालन करती हैं।
उदाहरण प्रश्न:
निम्नलिखित श्रृंखला में अगला पद क्या होगा?
1, 3, 4, 8, 9, 27, 16, ?
हल:
यह श्रृंखला दो नियमों का पालन करती है:
विषम स्थानों पर: 1, 4, 9, 16 (वर्ग संख्याएँ)
सम स्थानों पर: 3, 8, 27 (घन संख्याएँ)
अतः, अगला पद 64 होगा (4 का घन)
4. अक्षर श्रृंखला: JNV Mental and Reasoning
कभी-कभी संख्याओं के स्थान पर अक्षरों का उपयोग किया जाता है।
उदाहरण प्रश्न:
निम्नलिखित श्रृंखला में अगला अक्षर क्या होगा?
A, C, F, J, ?
हल:
A से C तक: 2 अक्षर का अंतर
C से F तक: 3 अक्षर का अंतर
F से J तक: 4 अक्षर का अंतर
अतः, J से अगले अक्षर तक 5 अक्षरों का अंतर होगा।
J से 5 अक्षर आगे O है।
अतः, अगला अक्षर O होगा।
छात्रों को संख्यात्मक योग्यता खंड के लिए अच्छा होना चाहिए। वे नियमित अभ्यास करें। इस तरह, वे जेएनवी प्रवेश परीक्षा में अच्छा कर सकते हैं।
निम्नलिखित तालिका जेएनवी परीक्षा में संख्यात्मक योग्यता खंड के विभिन्न पहलुओं का सारांश प्रस्तुत करती है:
प्रश्नों के प्रकार: JNV Mental and Reasoning
प्राथमिक स्तर के माध्यमिक विद्यालय में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकारों को जानना बहुत महत्वपूर्ण है। इन प्रश्नों को हल करने के लिए विशेष रणनीतियों की आवश्यकता होती है।
गणितीय संक्रियाएँ, जैसे जोड़, घटाव, गुणा और भाग, को बोधमान संक्रिया नियम (BODMAS) के अनुसार हल किया जाता है। संख्या पहेलियाँ, क्रम और संयोजन के रूप में पूछे जाते हैं।
समय और कार्य के संबंध में प्रश्नों को हल करने के लिए कार्य दर, गति-समय-दूरी की गणना करना आवश्यक होता है। यात्रा संबंधी प्रश्नों को हल करने के लिए कार्य और समय की गणना करना चाहिए।
प्रतिशत और अनुपात के संबंध में प्रश्नों को हल करने के लिए प्रतिशत की गणना करना आवश्यक होता है। लाभ-हानि और अनुपात की गणना करने के लिए प्रासेस का पालन करना चाहिए।
संख्या श्रृंखला के संबंध में प्रश्नों को हल करने के लिए पैटर्न पहचान और नियम खोजना आवश्यक होता है। अंकगणितीय, गुणोत्तर और मिश्रित श्रृंखला की समस्याओं को हल करने के लिए विशेष रणनीतियों का पालन करना चाहिए।
प्राथमिक स्तर के माध्यमिक विद्यालय में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकारों को जानना और हल करने की रणनीतियों को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। यह छात्रों के लिए प्रगति के लिए आवश्यक है।
जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) की प्रवेश परीक्षा में सफलता पाने के लिए, छात्रों को विषय की समझ और प्रश्नों को हल करने की कुशल रणनीतियों का ज्ञान चाहिए। हम जेएनवी में मानसिक क्षमता और तर्कशक्ति के लिए तीन रणनीतियों पर चर्चा करेंगे। इनमें अनुमान लगाना, एलिमिनेशन तकनीक, और समय प्रबंधन शामिल हैं।
A. अनुमान लगाना: JNV Mental and Reasoning
अनुमान लगाना एक क्रियात्मक कौशल है जो जेएनवी प्रवेश परीक्षा में छात्रों की मदद करता है। यह तकनीक विशेष रूप से तब उपयोगी होती है जब छात्र किसी प्रश्न का सटीक उत्तर नहीं जानते हैं या समय की कमी के कारण गणना करने में असमर्थ होते हैं।
अनुमान लगाने के लाभ:
अनुमान लगाने के फायदे
अनुमान लगाना एक शानदार तरीका है जो छात्रों के लिए फायदेमंद है। यह समय बचाता है, तनाव कम करता है और अच्छे अंक लाने में मदद करता है।
- समय बचाना: जटिल गणनाओं में समय व्यर्थ करने के बजाय, अनुमान लगाकर छात्र तेजी से आगे बढ़ सकते हैं।
- तनाव कम करना: जब कोई प्रश्न कठिन लगता है, तो अनुमान लगाना तनाव को कम कर सकता है और आत्मविश्वास बढ़ा सकता है।
- आंशिक अंक प्राप्त करना: कुछ परीक्षाओं में, एक अच्छा अनुमान आंशिक अंक प्राप्त कर सकता है, जो कि कोई प्रयास न करने से बेहतर है।
अनुमान लगाने की तकनीकें:
अनुमान लगाने के तरीके
- गोल संख्याओं का उपयोग: जटिल संख्याओं को निकटतम दहाई या सैकड़े में बदल दें। उदाहरण के लिए, 48.7 को 50 में बदला जा सकता है और 312 को 300 में बदला जा सकता है।
- क्रम का अनुमान: यदि सटीक मान नहीं पता है, तो क्रम का अनुमान लगाएं। उदाहरण के लिए, 24 × 37 का उत्तर 20 × 40 = 800 के करीब होगा।
- सीमाओं का उपयोग: उत्तर के लिए ऊपरी और निचली सीमाएं निर्धारित करें। उदाहरण के लिए, √50 के लिए, यह 7 (√49) और 8 (√64) के बीच होगा।
- प्रतिशत का अनुमान: प्रतिशत गणना के लिए आसान प्रतिशत का उपयोग करें। उदाहरण के लिए, 18% को 20% में बदला जा सकता है।
- तुलना का उपयोग: ज्ञात मानों से तुलना करके अनुमान लगाएं। उदाहरण के लिए, 15 × 15 = 225 जानते हुए, 16 × 14 थोड़ा कम होगा।
अनुमान लगाने का अभ्यास:
छात्रों को अनुमान लगाने का अभ्यास करना चाहिए और अपने अनुमानों की सटीकता जांचें। यहां कुछ अभ्यास प्रश्न दिए गए हैं:
जेएनवी प्रवेश परीक्षा में कठिन प्रश्नों के लिए सुझाव
जेएनवी प्रवेश परीक्षा में कठिन प्रश्नों को हल करना चाहते हैं? तो यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं।
- 78 × 42 का अनुमान लगाएं।
- √180 का अनुमान लगाएं।
- 312 का 15% क्या होगा?
- 7.8 × 6.2 का अनुमान लगाएं।
- 1000 ÷ 24 का अनुमान लगाएं।
इन प्रश्नों के लिए अनुमानित उत्तर:
- 78 × 42 ≈ 80 × 40 = 3200
- √180 ≈ 13 (√169 = 13 और √196 = 14 के बीच)
- 312 का 15% ≈ 312 का 10% + 312 का 5% ≈ 31 + 16 ≈ 47
- 7.8 × 6.2 ≈ 8 × 6 = 48
- 1000 ÷ 24 ≈ 1000 ÷ 25 = 40
अनुमान लगाने का उद्देश्य सटीक उत्तर पाना नहीं है, बल्कि एक उचित अनुमान प्राप्त करना है जो आपको सही विकल्प चुनने में मदद कर सके।
B. एलिमिनेशन तकनीक
एलिमिनेशन तकनीक एक शक्तिशाली रणनीति है जो जेएनवी प्रवेश परीक्षा में छात्रों की मदद कर सकती है, खासकर जब वे किसी प्रश्न का उत्तर निश्चित रूप से नहीं जानते हैं। यह तकनीक गलत विकल्पों को हटाकर सही उत्तर तक पहुंचने में मदद करती है।
एलिमिनेशन तकनीक के लाभ:
एलिमिनेशन टेक्नीक का उपयोग कैसे करें
एलिमिनेशन टेक्नीक का उपयोग करने के लिए, सबसे पहले सभी विकल्पों को देख लें। फिर, जो विकल्प आपके लिए सही नहीं हैं, उन्हें हटा दें।
यह तकनीक आपको सही उत्तर चुनने में मदद करती है। गलत विकल्पों को हटाने से आपका समय भी बच जाता है।
यह तकनीक छात्रों को तर्क क्षमता विकसित करने में मदद करती है। वे प्रत्येक विकल्प के बारे में गहराई से सोच पाते हैं।
जब छात्र गलत विकल्पों को पहचान लेते हैं, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। यह उन्हें भविष्य में बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है।
- सटीकता बढ़ाना: गलत विकल्पों को हटाकर, सही उत्तर चुनने की संभावना बढ़ती है।
- समय बचाना: सभी विकल्पों की जाँच करने के बजाय, गलत विकल्पों को हटाना तेज़ हो सकता है।
- तर्क क्षमता का विकास: यह तकनीक छात्रों को प्रत्येक विकल्प के बारे में गहराई से सोचने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- आत्मविश्वास बढ़ाना: जब छात्र गलत विकल्पों को पहचान सकते हैं, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
एलिमिनेशन तकनीक का उपयोग कैसे करें: JNV Mental and Reasoning
एलिमिनेशन टेक्नीक का उपयोग
एलिमिनेशन टेक्नीक का उपयोग करके आप निश्चित ही नौकरी की परीक्षा में अच्छा कर सकते हैं। इस तकनीक का उपयोग करके आप गलत विकल्पों को हटा देते हैं और सही उत्तर की ओर ले जाते हैं।
इस तकनीक का उपयोग करने के लिए, आपको कुछ कदमों का पालन करना होगा:
- स्पष्ट रूप से गलत विकल्पों को हटाएं: कुछ विकल्प स्पष्ट रूप से गलत हो सकते हैं। इन्हें सबसे पहले हटा दें।
- विरोधाभासी विकल्पों की तलाश करें: यदि दो विकल्प एक-दूसरे के विपरीत हैं, तो उनमें से एक गलत होना चाहिए।
- असामान्य विकल्पों को पहचानें: यदि एक विकल्प अन्य विकल्पों से बहुत अलग है, तो वह या तो सही उत्तर है या स्पष्ट रूप से गलत है।
- पैटर्न का उपयोग करें: कई बार, विकल्पों में एक पैटर्न होता है। जो विकल्प पैटर्न से मेल नहीं खाता, उसे हटा दें।
- सीमाओं का उपयोग करें: यदि आप जानते हैं कि उत्तर एक निश्चित सीमा में होना चाहिए, तो उस सीमा से बाहर के विकल्पों को हटा दें।
एलिमिनेशन तकनीक का अभ्यास:
यहाँ कुछ उदाहरण प्रश्न दिए गए हैं जिनमें एलिमिनेशन तकनीक का उपयोग किया जा सकता है:
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा प्रधानमंत्री नहीं था?
निम्नलिखित में से कौन सा प्रधानमंत्री नहीं था?
a) मनमोहन सिंह
b) नरेंद्र मोदी
c) अमिताभ बच्चन
d) अटल बिहारी वाजपेयी
प्रश्न 2: √144 का मान क्या है?
√144 का मान क्या है?
a) 10
b) 12
c) 14
d) 16
प्रश्न 3: भारत की राजधानी कौन सी है?
भारत की राजधानी कौन सी है?
a) मुंबई
b) कोलकाता
c) चेन्नई
d) नई दिल्ली
प्रश्न 4: 7 × 8 = ?
7 × 8 = ?
a) 54
b) 56
c) 58
d) 60
प्रश्न 5: निम्नलिखित में से कौन सा ग्रह सूर्य के सबसे नजदीक है?
निम्नलिखित में से कौन सा ग्रह सूर्य के सबसे नजदीक है?
a) पृथ्वी
b) शुक्र
c) बुध
d) मंगल
इन प्रश्नों के लिए एलिमिनेशन प्रक्रिया:
एलिमिनेशन टेक्नीक
एलिमिनेशन टेक्नीक का उपयोग करके JNV Mental and Reasoning परीक्षा में अच्छा स्कोर कर सकते हैं। इसे सीखने के लिए नीचे दिए गए निर्देशों का पालन करें:
- अमिताभ बच्चन एक अभिनेता हैं, इसलिए विकल्प (c) को तुरंत हटाया जा सकता है। शेष विकल्प सभी प्रधानमंत्री रहे हैं।
- √144 के लिए, हम जानते हैं कि यह 10 से बड़ा और 16 से छोटा होगा। इसलिए विकल्प (a) और (d) को हटाया जा सकता है। 12 × 12 = 144 होता है, इसलिए (b) सही उत्तर है।
- भारत की राजधानी के बारे में बुनियादी ज्ञान से, हम जानते हैं कि यह नई दिल्ली है। अन्य सभी विकल्प बड़े शहर हैं लेकिन राजधानी नहीं हैं।
- 7 × 8 के लिए, हम जानते हैं कि यह 70 से कम होगा। इसलिए विकल्प (d) को हटाया जा सकता है। 7 × 8 = 56 है, जो विकल्प (b) है।
- सौर मंडल के बारे में बुनियादी ज्ञान से, हम जानते हैं कि बुध सूर्य के सबसे नजदीक है। अन्य सभी ग्रह बुध से दूर हैं।
एलिमिनेशन तकनीक का उपयोग करते समय, अपने तर्क और ज्ञान का उपयोग करें। यदि आप किसी विकल्प को निश्चित रूप से हटा नहीं सकते, तो उसे बनाए रखें और अन्य विकल्पों पर ध्यान दें।
C. समय प्रबंधन
जेएनवी JNV Mental and Reasoning प्रवेश परीक्षा में सफलता पाने के लिए समय प्रबंधन काफी जरूरी है। यह आपको प्रश्नों को हल करने में मदद करता है और तनाव को कम करता है। साथ ही यह आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
समय प्रबंधन के लाभ: समय प्रबंधन
- अधिक प्रश्नों को हल करने का अवसर
- कम तनाव और बेहतर प्रदर्शन
- जटिल प्रश्नों के लिए अधिक समय
- परीक्षा के अंत में समीक्षा के लिए समय बचाना
समय प्रबंधन की रणनीतियाँ:
- परीक्षा पत्र का विश्लेषण: परीक्षा शुरू होने से पहले पूरे प्रश्न पत्र को देखें। प्रश्नों की संख्या, प्रकार और अंक वितरण को समझें।
- समय का आवंटन: प्रत्येक खंड या प्रश्न प्रकार के लिए समय निर्धारित करें। उदाहरण के लिए:
| प्रश्न प्रकार | प्रश्नों की संख्या
अब, जेएनवी मानसिक क्षमता और तर्कशक्ति परीक्षा JNV Mental and Reasoning के बारे में चर्चा कर चुके हैं, आइए कुछ नमूना प्रश्नों और उनके उत्तरों पर नज़र डालें। यह आपको वास्तविक परीक्षा का अनुभव देगा और आपकी तैयारी में मदद करेगा।
नमूना प्रश्न और उत्तर
इस खंड में, हम जेएनवी प्रवेश परीक्षा के मानसिक क्षमता और तर्कशक्ति भाग के लिए प्रश्न देंगे। प्रत्येक प्रश्न के लिए व्याख्यात्मक समाधान देंगे।
यह आपको परीक्षा के प्रारूप और प्रश्नों के प्रकार को समझने में मदद करेगा।
व्याख्यात्मक समाधान
व्याख्यात्मक समाधान प्रश्नों के उत्तर देने में मदद करते हैं। आइए कुछ उदाहरणों पर नज़र डालें:
- प्रश्न: यदि BOOK को 2445 कोडित किया गया है, तो PAPER को कैसे कोडित किया जाएगा?
उत्तर: 16161518
व्याख्या:
- प्रत्येक अक्षर को उसकी वर्णमाला स्थिति से बदला गया है।
- B = 2 (दूसरा अक्षर)
- O = 15
- K = 11
- PAPER के लिए:
- P = 16
- A = 1
- P = 16
- E = 5
- R = 18
- अतः, PAPER का कोड 16161518 होगा।
· प्रश्न: एक श्रृंखला में अगला संख्या क्या होगी: 3, 6, 11, 18, 27, ?
उत्तर: 38
व्याख्या:
FAQ
- श्रृंखला में प्रत्येक संख्या के बीच का अंतर बढ़ रहा है।
- 3 से 6: अंतर 3
- 6 से 11: अंतर 5
- 11 से 18: अंतर 7
- 18 से 27: अंतर 9
- अगला अंतर 11 होगा
- इसलिए, 27 + 11 = 38
· प्रश्न: यदि ‘+’ का अर्थ ‘÷’, ‘-‘ का अर्थ ‘×’, ‘×’ का अर्थ ‘+’ और ‘÷’ का अर्थ ‘-‘ है, तो 9 – 3 + 4 × 5 ÷ 3 = ?
उत्तर: 30
व्याख्या:
- दिए गए नियमों के अनुसार, समीकरण बन जाता है: 9 × 3 ÷ 4 + 5 – 3
- गणित के नियमानुसार, हम पहले गुणा और भाग करेंगे, फिर जोड़ और घटाएंगे।
- 9 × 3 = 27
- 27 ÷ 4 = 6.75
- 6.75 + 5 = 11.75
- 11.75 – 3 = 8.75
- अतः, उत्तर 8.75 या लगभग 9 है।
· प्रश्न: एक परिवार में, A, B का पिता है। B, C की बहन है। D, C का पुत्र है। E, D की बहन है। A, E का क्या लगता है?
उत्तर: दादा
व्याख्या:
- A, B का पिता है
- B और C भाई-बहन हैं
- D, C का पुत्र है
- E, D की बहन है
- इसलिए, A, D और E का दादा है
प्रश्न: यदि ‘बाएँ’ का अर्थ ‘ऊपर’, ‘ऊपर’ का अर्थ ‘नीचे’, ‘नीचे’ का अर्थ ‘दाएँ’ और ‘दाएँ’ का अर्थ ‘बाएँ’ है, तो एक व्यक्ति जो ‘बाएँ’ मुड़ता है, वह वास्तव में किस दिशा में जा रहा है?
उत्तर: ऊपर
व्याख्या: JNV Mental and Reasoning
- दिए गए नियमों के अनुसार, ‘बाएँ’ का वास्तविक अर्थ ‘ऊपर’ है
- इसलिए, जब व्यक्ति ‘बाएँ’ मुड़ता है, वह वास्तव में ‘ऊपर’ की ओर जा रहा है
तर्कशक्ति प्रश्न उदाहरण
तर्कशक्ति प्रश्न आपकी तार्किक सोच और समस्या समाधान कौशल का परीक्षण करते हैं। यहाँ कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
- प्रश्न: निम्नलिखित श्रृंखला में अगला पद क्या होगा?
AZ, BY, CX, DW, ?
उत्तर: EV
व्याख्या: इस श्रृंखला में पहला अक्षर आगे बढ़ रहा है (A से B, B से C, आदि)। दूसरा अक्षर पीछे जा रहा है (Z से Y, Y से X, आदि)।
- प्रश्न: यदि VICTORY को YLFWRUB के रूप में कोडित किया जाता है, तो SUCCESS को कैसे कोडित किया जाएगा?
उत्तर: VXFFHVV
FAQ
व्याख्या: प्रत्येक अक्षर को वर्णमाला में दो स्थान आगे बढ़ाया गया है। उदाहरण के लिए, V को Y, I को L, आदि में बदल दिया गया है।
- प्रश्न: एक घड़ी में 7:30 बजे हैं। यदि मिनट की सुई घंटे की सुई से 180° का कोण बनाती है, तो घड़ी में कितने बजे होंगे?
उत्तर: 6:00
व्याख्या: घड़ी में मिनट और घंटे की सुई के बीच 180° का कोण तब बनता है जब घड़ी में ठीक 6:00 बजते हैं।
- प्रश्न: एक कक्षा में, राम अंकों के हिसाब से ऊपर से 10वें स्थान पर है और नीचे से 38वें स्थान पर है। कक्षा में कुल कितने विद्यार्थी हैं?
उत्तर: 47
व्याख्या:
- राम का स्थान ऊपर से 10वाँ है
- नीचे से उसका स्थान 38वाँ है
- इसका मतलब है कि राम को छोड़कर ऊपर 9 और नीचे 37 विद्यार्थी हैं
- कुल विद्यार्थी = 9 + 1 (राम) + 37 = 47
· प्रश्न: एक परिवार में पाँच सदस्य A, B, C, D और E हैं। A, B का पिता है। B, D की माँ है। C, E का पति है और A का दामाद है। E, D की दादी है। इस परिवार में कितनी महिलाएँ हैं?
उत्तर: 3
व्याख्या:
FAQ
- A पुरुष है (B का पिता)
- B महिला है (D की माँ)
- C पुरुष है (E का पति)
- D की लिंग स्पष्ट नहीं है
- E महिला है (D की दादी)
- इसलिए, B और E निश्चित रूप से महिलाएँ हैं
- D भी महिला हो सकती है
- अतः, कुल 3 महिलाएँ हैं
· प्रश्न: यदि ‘A + B’ का अर्थ है ‘A, B का पिता है’, ‘A – B’ का अर्थ है ‘A, B की माता है’, और ‘A × B’ का अर्थ है ‘A, B का भाई है’, तो निम्नलिखित में से कौन सा कथन ‘P, Q का चाचा है’ को दर्शाता है?
उत्तर: (P × R) + Q
व्याख्या:
- P × R का अर्थ है P, R का भाई है
- (P × R) + Q का अर्थ है R, Q का पिता है
- इसलिए, P, Q का चाचा है (Q के पिता R का भाई)
· प्रश्न: एक निश्चित कोड भाषा में, ‘256’ का अर्थ है ‘bright red light’, ‘637’ का अर्थ है ‘light red colour’ और ‘358’ का अर्थ है ‘bright light colour’। इस कोड में ‘bright’ के लिए क्या कोड है?
उत्तर: 2
व्याख्या:
- ‘bright’ और ‘light’ दोनों शब्द ‘256’ और ‘358’ में मौजूद हैं
- इन दोनों कोड में समान अंक 2 और 5 हैं
- ‘637’ में ‘light’ है लेकिन ‘bright’ नहीं, और इसमें 5 है लेकिन 2 नहीं
- इसलिए, ‘bright’ का कोड 2 होना चाहिए
FAQ
· प्रश्न: एक पंक्ति में, P का स्थान बाएं से 8वाँ है और Q का स्थान दाएं से 12वाँ है। यदि वे अपने स्थान बदल लेते हैं, तो P का स्थान दाएं से 14वाँ हो जाता है। पंक्ति में कुल कितने लोग हैं?
उत्तर: 27
व्याख्या:
- P और Q के बीच 5 लोग हैं (क्योंकि P दाएं से 14वें स्थान पर आ गया और Q 12वें स्थान पर था)
- P के बाईं ओर 7 लोग हैं
- Q के दाईं ओर 11 लोग हैं
- कुल लोग = 7 + 1 (P) + 5 + 1 (Q) + 11 = 25
· प्रश्न: यदि ‘-‘ का अर्थ ‘×’ है, ‘+’ का अर्थ ‘÷’ है, ‘×’ का अर्थ ‘+’ है और ‘÷’ का अर्थ ‘-‘ है, तो 16 – 3 + 4 × 5 ÷ 2 = ?
उत्तर: 46
व्याख्या:
- दिए गए नियमों के अनुसार, समीकरण बन जाता है: 16 × 3 ÷ 4 + 5 – 2
- गणित के नियमानुसार, पहले गुणा और भाग करेंगे, फिर जोड़ और घटाएंगे
- 16 × 3 = 48
- 48 ÷ 4 = 12
- 12 + 5 = 17
- 17 – 2 = 15
अतः, उत्तर 15 है
- प्रश्न: एक परिवार में, A और B पति-पत्नी हैं। C और D उनके बच्चे हैं। E, C का पुत्र है और F, D की पुत्री है। G, E की पत्नी है। यदि A एक पुरुष है, तो F, G का क्या लगता है?
उत्तर: देवरानी या जेठानी
व्याख्या:
- A और B पति-पत्नी हैं
- C और D उनके बच्चे हैं (भाई-बहन)
- E
जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) प्रवेश परीक्षा में मानसिक क्षमता और तर्कशक्ति प्रश्न महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन प्रश्नों में तर्कशक्ति, संख्यात्मक योग्यता और समस्या समाधान कौशल का परीक्षण होता है। छात्रों को इन प्रश्नों के लिए तैयारी करते समय विभिन्न प्रकार के प्रश्नों का अभ्यास करना चाहिए और प्रभावी समय प्रबंधन रणनीतियों का उपयोग करना चाहिए।
अंत में, जेएनवी प्रवेश परीक्षा की तैयारी एक चुनौतीपूर्ण लेकिन साथ ही रोमांचक प्रक्रिया है। नियमित अभ्यास और सही दृष्टिकोण के साथ, छात्र इन प्रश्नों को आत्मविश्वास के साथ हल कर सकते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। याद रखें, सफलता की कुंजी धैर्य, दृढ़ संकल्प और लगातार प्रयास में निहित है।